SEO In Hindi On Page SEO और Off Page SEO: Technial SEO समझिए क्या होता है

SEO In Hindi आज के आर्टिकल में हम जानेंगे की SEO क्या होता है कैसे काम करता है क्या क्या इसके बेनिफिट्स होते हैं SEO करने से हमें क्या-क्या लाभ मिलते हैं किस तरीके से हम SEO कर सकते हैं क्या-क्या इसकी स्ट्रैटेजिक होती है इसके अंदर क्या-क्या चीज आती है हम सभी बातों को आज के इस आर्टिकल में जानेंगे

दोस्तों जब भी आप गूगल पर कुछ सर्च करते हो और गूगल के पहले रिजल्ट में जब आप कुछ Result देखते हो जो भी आपने सर्च किया होता है तो वह रिजल्ट आपको गूगल उन वेबसाइट का दिखता है जिन वेबसाइट का SEO अच्छा हुआ होता है जिन वेबसाइट की अच्छी रैंकिंग होती है इसका मतलब उन वेबसाइट को गूगल आगे रखता है जिन वेबसाइट का सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन अच्छे से हुआ होता है क्योंकि उन वेबसाइट ने कंटेंट भी अच्छा लिखा है और अपनी वेबसाइट पर अच्छा SEO किया है

SEO In Hindi

SEO In Hindi जब आप अपनी एक नई वेबसाइट बनाते हो तो नई वेबसाइट बनते ही आप उस पर कंटेंट लिखना स्टार्ट कर देते हो लेकिन आपको यह भी देखना होता है कि जो आप कंटेंट लिख रहे हो वह गूगल में रैंक करेगा या नहीं यह डिपेंड करता है कि आपने अपनी वेबसाइट का SEO किस तरीके से किया है जितना अच्छा आपकी वेबसाइट का SEO होगा उतना ही कंटेंट आपका गूगल में रैंक

करेगा अच्छी पोजीशन पर SEO के अंदर आपको कुछ चीजों को ध्यान रखना होता है जैसे On page SEO and Off page SEO or technical SEO कुछ इंर्पोटेंट फैक्टर है जो SEO के अंदर आते हैं जिन भी वेबसाइट ने यह तीनों काम किए होते हैं उन वेबसाइट की रैंकिंग हमेशा अच्छी ही होती है

SEO In Hindi
SEO In Hindi

इसके अंदर और भी चीज आती हैं जो आपकी रैंकिंग में इंपॉर्टेंट होती है मैं आपको सभी चीज बताऊंगा आपको पूरा आर्टिकल ध्यान से पढ़ना है हर चीज मैं आपको डिटेल में बताऊंगा कैसे आपकी वेबसाइट गूगल में रैंक कर पाएगी

On page SEO

SEO In Hindi अब मैं आपको बताने जा रहा हूं कि On page SEO क्या होता है इसके अंदर आपको क्या-क्या करना होता है जिससे आपका कंटेंट सर्च इंजन फ्रेंडली बन सके यानी कि वह गूगल के अंदर रैंक कर सके जो पॉइंट मैं आपको बता रहा हूं आपको हमेशा ध्यान रखने हैं कंटेंट पब्लिश्ड करने से पहले यह काम जरूरी करना है

  1. Title of the Content
  2. Description of the content
  3. URL Structure (permalink)
  4. Image
  5. Image Alt Text
  6. Internal and External links
  7. Unique content
  8. Schema Markup
  9. Heading tags
  10. Keyowrd density

यह जो Points मैंने आपको बताया यह सभी ऑन पेज seo के अंदर आते हैं अगर आप यह सारे काम कर लेते हो आर्टिकल को पब्लिश करने से पहले तो आपका On page SEO है हो जाएगा बहुत ही आसानी से मैं आपको इन सभी पॉइंट को समझा भी देता हूं यह क्या होते हैं

Title of the Content

कंटेंट के टाइटल की कुछ लिमिट होती है 60 Characters आपको इस लिमिट में अपना टाइटल लिखना है और टाइटल ऐसा होना चाहिए जिसको देखने के बाद किसी व्यक्ति का उस पर क्लिक करने का मन करे कैचिंग टाइटल लिखना जरूरी है

Description of the content

डिस्क्रिप्शन लिमिट होती है 160 Characters आपको इसको भी लिमिट में ही रखना है डिस्क्रिप्शन का मतलब यही है कि जिस बारे में आपने कंटेंट लिखा है उसका छोटा सा पाठ आप डिस्क्रिप्शन में लिख दो डिस्क्रिप्शन में बताना होता है कंटेंट आपका किस बारे में है

URL Structure (permalink)

एक इंपॉर्टेंट फेक्टर है हमेशा अपने कंटेंट का जो यूआरएल है उसको शॉर्ट रखना है ज्यादा बड़ा नहीं रखना है यूआरएल कोऔर यूआरएल के अंदर अपना फोकस कीवर्ड भी ऐड करना है जिस कीवर्ड पर आप अपना कंटेंट Rank करवाना चाहते हो

Image

अपने कंटेंट के अंदर हमेशा कोई ना कोई इमेज जरूर ऐड करो जिस से रिलेटेड आप कंटेंट लिख रहे हो उसी से रिलेटेड आपको इमेज भी लगानी है ताकि पढ़ने वाले का मन लग सके आपकी ब्लॉग पर व्यक्ति रुक सके रीडिंग टाइम बढ़ सके इससे भी रैंकिंग बढ़ती है

Image Alt Text

इमेज को ऐड करने के बाद इमेज के अंदर आपको Alt text को फिक्स करना है alt text के अंदर आपको अपना फोकस कीबोर्ड रख देना है जिस कीवर्ड पर आप अपने कंटेंट को रैंक करवाना चाहते हो

Internal and External links

यह भी करना अच्छा ही होता है आपको इंटरनल एंड एक्सटर्नल लिंक लगाने हैं अपने कंटेंट के अंदरअगर आप इंटरनल लिंकिंग करते हो तो आपको एक बात ध्यान रखनी हैं आपको रेलीवेंट कंटेंट ही ऐड करना है इंटरनल लिंकिंग के लिए ऐसा नहीं करना है कि कंटेंट कुछ और लिखा है फिर उसके अंदर किसी और कंटेंट का लिंक डाल दिया है Mismatch नहीं होना चाहिए

Unique content

जब भी रैंकिंग की बात आती है तो यह हमेशा देखा जाता है कि जो कंटेंट है वह कितना यूनिक लिखा गया है जो कंटेंट है वह कितना यूजर के काम का है इन सभी बातों को गूगल एनालाइज करता है उसके बाद ही वह कंटेंट को रैंक करता हैआपको हमेशा यूनीक कंटेंट ही लिखना है कहीं से कॉपी पेस्ट नहीं करना है कोई AI टूल का इस्तेमाल नहीं करना है

मैं भी जो यह कंटेंट लिख रहा हूं जो आपको बता रहा हूं यह पूरा कंटेंट में खुद से लिख रहा हूं मैं कहीं से भी कॉपी पेस्ट नहीं कर रहा हूं पर हां अगर आपको दिक्कत होती है कंटेंट लिखने में तो आप कहीं से कुछ आईडिया ले सकते हो यानी कि किसी के ब्लॉक पर जाकर किसी की वेबसाइट पर जाकर कुछ कंटेंट पढ़ सकते हो जिससे आपको आईडिया मिल सके

Schema Markup

स्कीम बनाना यह थोड़ा एडवांस हो जाता है क्योंकि इसको हर कोई नहीं बनाता हैं पर मैं आपको यही सजेशन दूंगा आप स्कीम बना सकते हो स्कीम बनाने से आपका जो कंटेंट है वो गूगल को और ज्यादा अच्छे से समझ में आता है गूगल और अच्छी तरीके से उसको रैंक करता है गूगल के अंदरअगर आपको स्कीम बनाना नहीं आता है तो आप यूट्यूब पर एक वीडियो देख सकते हो स्कीम कैसे बनाते हैं उसके बाद आप अपने कंटेंट के लिए Schema बना सकते हो

Heading tags

हेडिंग भी मैटर करती हैं आपको कंटेंट लिखते समय प्रॉपर हेडिंग देनी है जो हेडिंग स्ट्रक्चर होता जो टाइटल होगा आपका वह H1 होगा उसके बाद आपको H2 H3 or H4 यह सब हेडिंग लेनी है

Keyowrd density

सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि कीवर्ड डेंसिटी होती क्या है कीवर्ड डेंसिटी मतलब होता है की फोकस कीवर्ड आपने आर्टिकल में कितनी बार ऐड किया हैआपको केवल डेंसिटी हमेशा 1% से लेकर 2% तक ही रखनी हैं इससे ज्यादा कभी नहीं करनी है

Off page SEO

SEO In Hindi अब मैं आपको बता रहा हूं कि Off page SEO में आपको क्या-क्या करने की जरूरत पड़ती है जिससे आपका Off page SEO अच्छा हो सके और आपकी रैंकिंग अच्छी हो सके

Backlink Building

सबसे जरूरी भी यही है बैकलिंक बनानाआपको अपनी वेबसाइट के लिए backlink बनाना बहुत ही ज्यादा जरूरी हैआपको एक बात का ध्यान रखना है backlink बनाते समय आपको हाई क्वालिटी backlink बनानी जरूरी है Low वैल्यू बैकलिंक काम नहीं करेंगे आप कम बैकलिंक बनाओ लेकिन हाई क्वालिटी बैकलिंक बनाना जरूरी है

Social Sharing

जितना ज्यादा से ज्यादा हो सके अपने कंटेंट को सोशल मीडिया पर शेयर कीजिए सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करिए जैसे इंस्टाग्राम फेसबुक ट्विटर इन सभी पर अपने कंटेंट को शेयर करिए क्योंकि इससे आपकी ब्रांड बिल्डिंग होती है

Paid Advertisement

अगर आपको अपनी ब्लॉग को जल्दी गो करना है यानी कि आपको अपनी वेबसाइट पर जल्दी ट्रैफिक लाना है तो इसके लिए आप पेड़ एडवरटाइजमेंट ले सकते होआपको पैसे देकर अपनी वेबसाइट के लिए ऐड चलाने होंगेऔर यह काम आप गूगल एड्स और फेसबुक अड से कर सकते हो

Technical SEO

SEO In Hindi अब मैं आपको बताता हूं कि टेक्निकल SEO क्या होता है इसके अंदर क्या-क्या चीज आती है कैसे आप अपनी वेबसाइट का टेक्निकल SEO कर सकते हो इन सभी पॉइंट को आपको ध्यान में रखना है और इनको फॉलो करना है

  1. Site speed
  2. Site Structure
  3. SSL
  4. Mobile Reponsive
  5. Robot Txt File
  6. canonical URL
  7. XML sitemap
  8. Image Optimization
  9. 404 and 301 redirections

SEO In Hindi यह सारे पॉइंट है जो टेक्निकल SEO में आते हैं अब मैं आपको इन पॉइंट को एक-एक करके समझा भी देता हूं कि पॉइंट क्या है

Site Speed

आपकी वेबसाइट की स्पीड बहुत ज्यादा मैटर करती है जब कोई विजिटर आपकी वेबसाइट पर आता है जितनी जल्दी आपकी वेबसाइट ओपन होगी उतना ही आपका इंगेजमेंट रेट बढ़ता हैऔर गूगल ऐसी वेबसाइट को अच्छी रैंक देता है

Speed Check Go to : GTmetrix

Site Structure

जब कोई व्यक्ति आपकी वेबसाइट पर आता है तो आपकी वेबसाइट का लुक कैसा है देखने में वह कैसी है यह भी बहुत मैटर करता हैअगर आपकी वेबसाइट का लुक बेकार होगा तो कोई भी विजिटर आपकी वेबसाइट पर जाकर रुकेगा नहीं वह आपकी वेबसाइट को छोड़कर चला जाएगा आपको हमेशा अपनी वेबसाइट पर एक सर्च बर का ऑप्शन रखना है ताकि कुछ भी कोई भी सर्च कर सके

SSL

अपनी वेबसाइट पर SSL (Secure Sockets Layer) को इंस्टॉल करना जरूरी होता है क्योंकि इससे कोई भी वेबसाइट पर ट्रस्ट किया जा सकता है गूगल भी ऐसी वेबसाइट पर ट्रस्ट करता है जो SSL लगा कर रखते हैं अगर आपको नहीं पता कि यह क्या होता है तो आप इसको यूट्यूब पर भी देख सकते हो

Mobile Reponsive

जितने भी गूगल के अंदर वेबसाइट टॉप में रैंक कर रही है वह सभी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली है तो आपको भी अपनी वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाना बहुत ही ज्यादा जरूरी है अगर सर्च इंजन में रैंक करना है तोआपको अपनी वेबसाइट को जाकर टेस्ट करना है कि आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली है या नहींआप इसको गूगल में जाकर लिख सकते हो मोबाइल्स फ्रेंडली चेककर उसमें जाकर आपको अपनी वेबसाइट का यूआरएल पेस्ट कर देना है बसआपको वहां से पता चल जाएगा कि आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली है या नहीं

Mobile SEO Optimization क्या होता है कैसे करें

Robot Txt File

यह बहुत ही जरूरी फाइल होती है इस फाइल के अंदर आप यह इनफॉरमेशन देते हो सर्च इंजन को की आपको अपनी वेबसाइट पर किन-किन pages को crawl करवाना हैऔर किन-किन pages को crawl नहीं करवाना है आपको अपनी इस फाइल को हमेशा बहुत ध्यान से ही बनाना है क्योंकि इसके आधार पर ही आपकी वेबसाइट crawl की जाती है

canonical URL

सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि कैनॉनिकल यूआरएल होता क्या है यह तब Create होता है जब आप दो कंटेंट को Same ही लिख देते हो यानी कि आपने जो दो आर्टिकल लिखे हैं वह कहीं ना कहीं एक दूसरे से मैच करते हैं इस स्थिति मेंआपको Canonical यूआरएल लगाना होता है ताकि गूगल को यह समझ में आ सके कि कौन सा कंटेंट ओरिजिनल है

XML sitemap

जब आप अपनी एक वेबसाइट बनाते हो तो उस वेबसाइट का कोई ना कोई sitemap होता ही है आपको उस साइडमैप को गूगल सर्च कंसोल में जाकर सबमिट करना होता है क्योंकि बिना Sitemap सबमिट करें आप अपनी वेबसाइट की परफॉर्मेंस को चेक नहीं कर पाओगे इसलिए इस sitemap को सबमिट करना जरूरी होता है गूगल सर्च कंट्रोल मेंअगर आपको यह करना नहीं आता तो आप इसका वीडियो देख सकते हो यूट्यूब पर कैसे करते हैं उसके बाद आप कर सकते हो

Image Optimization

जब आप अपने आर्टिकल के अंदर कोई भी इमेज ऐड करते हो तो उसको कंप्रेस करना जरूरी है कंप्रेस करने से लोडिंग टाइम जो है वह कम हो जाता हैअगर आप इमेज कंप्रेस नहीं करोगे तो आपकी वेबसाइट को लोड होने में टाइम लगेगा जिससे आपकी रैंकिंग गड़बड़ हो सकती है

404 and 301 redirections

अब आपकी वेबसाइट पर ऐसे जो भी पेज है जिन पर यह एरर आ रहा हैआपको इनको सॉल्व करना पड़ेगाआपको देखना होगा कि कैसे इसका सॉल्यूशन आप कर सकते हो जो भी पेज आपके ओपन नहीं हो रहे हैं उनको ठीक करिए उनके यूआरएल को चेंज करिए तो आप किसी एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हो या उनको अपनी वेबसाइट दे सकते हो वह आपको बता देंगे कहां-कहां पर प्रॉब्लम है

404 Error in Hindi: क्या होता है और इसे कैसे ठीक करें

SEO In Hindi Question and Answer

SEO In Hindi इस टॉपिक से रिलेटेड बहुत सारे लोग बहुत सारे क्वेश्चंस पूछते हैं आज मैं उन सभी क्वेश्चंस को इसमें बताने वाला हूंऔर उनके आंसर्स भी आपको बताने वाला हूं

Question:1 What is Robot txt in SEO in hindi

Answer: जब भी कोई व्यक्ति अपनी वेबसाइट बनता है तो उसको अपनी वेबसाइट की Robot txt file सबमिट करनी ही होती है Hosting के HTML के अंदर इस फाइल के अंदर वह कुछ इनफॉरमेशन देनी है कि किन-किन पेज को Crawl करना है और किन-किन पेज कोCrawl नहीं करना है Robot txt file आपकी हमेशा Robot txt file में ही बनती है इस फाइल को आप नोटपैड पर बना सकते होऔर इस फाइल को आपको अपनी होस्टिंग पैनल में जाकर अपलोड करना होता है जहां से अपने Hosting ली है

Go to File Manager and upload Public html

Note: जिन पेज की क्राउलिंग हो जाती है वही पेज आपके गूगल में पहले इंडेक्स होते हैं जिन पेज की क्राउलिंग नहीं हुई है उन पेज को गूगल इंडेक्स नहीं करता है जब तक वह उन्हें crawl नहीं कर लेगा तब तक वह इंडेक्स नहीं करेगा

Question:2 What is Schema in SEO in Hindi

Answer: हम अपने कंटेंट का Schema बनाते हैं ताकि हमारा कंटेंट गूगल में अच्छी तरीके से दिख सके अगर आप अपने कंटेंट का Schema बनाते हो तो गूगल आपका कंटेंट को और ज्यादा अच्छी तरीके से समझता है Schema बनाने के लिए आप ऑनलाइन वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हो Schema बनाने से आपका जो रिजल्ट है गूगल के अंदर वह और लोगों से ज्यादा अलग दिखता है SEO In Hindi

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