Google Algorithm in Hindi आज के इस आर्टिकल में हम गूगल के एल्गोरिदम के बारे में जानेंगे कि गूगल के एल्गोरिदम क्या होते हैं और यह कैसे काम करते हैं गूगल अपने एल्गोरिथम क्यों लाता है और जब भी गूगल के एल्गोरिथम आते हैं तो क्या-क्या गूगल के अंदर चेंज होते हैं और यह एल्गोरिदम से हमारी वेबसाइट पर क्या-क्या प्रभाव पड़ता है इन सभी बातों को आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे और हम यह भी जानेंगे कि हम गूगल के एल्गोरिदम को कैसेअपने ब्लॉग या फिर अपनी साइट से अपडेट रख सकते हैं ताकि Google के किसी भी एल्गोरिदम के कारण हमारी वेबसाइट की रैंकिंग कम न हो
Table of Contents
Google Algorithm in Hindi क्या है
Google Algorithm in Hindi गूगल एल्गोरिदम से हमारा मतलब यह है कि जब भी कोई यूजर गूगल पर कुछ भी सर्च करता है, तो गूगल पहले उसकी Query को समझता है कि यूजर क्या खोज रहा है। उसके बाद गूगल, Query के अनुसार, यूजर को परिणाम दिखाता है। यह परिणाम गूगल उसे टेक्स्ट, इंफोग्राफिक्स, या वीडियो के रूप में दिखा सकता है। गूगल का एल्गोरिदम इस तरह से काम करता है कि जो भी यूजर ने सर्च किया है, उससे संबंधित गूगल के पास जो भी डेटा है, उसे यूजर के सामने प्रस्तुत करता है।
इस प्रक्रिया में गूगल का एल्गोरिदम कई कारकों का विश्लेषण करता है जैसे Query का अर्थ, सामग्री की प्रासंगिकता और गुणवत्ता, और उपयोगकर्ता का अनुभव। इन सबके आधार पर, गूगल यूजर को सबसे प्रासंगिक और उपयोगी परिणाम दिखाता हैं।
गूगल एल्गोरिदम कैसे काम करता है
Google Algorithm In Hindi अब हम समझेंगे कि गूगल एल्गोरिदम कैसे काम करता है
- User कुंवारी को समझना: जब भी कोई यूजर गूगल पर कुछ सर्च करता है तो गूगल पहले यह समझने की कोशिश करता है कि यूजर की सर्च Query किस चीज के बारे में है गूगल यूजर की स्पेलिंग और उसके Synonyms के हिसाब से उसके सामने रिजल्ट दिखाता है जो भी यूजर ने सर्च किया है
- Page Relevancy: यूजर के सर्च करने के बाद अब गूगल यह देखा है कि यूजर की कुंवारी से रिलेटेड कौन सा पेज सबसे अच्छा है गूगल उस पेज को दिखाने की कोशिश करता है यूजर के सामने और गूगल यूजर को वही रिजल्ट दिखाता है जो यूजर की जरूरत के अनुसार है जो भी यूजर ने सर्च किया है
- Quality Content: उसके बाद गूगल यह चेक करता है कि कौन सा कंटेंट अच्छा है इसके अंदर गूगल कंटेंट की लेंथ अथॉरिटी और वेबसाइट और कंटेंट का ट्रस्ट यह सब चेक करता है उसके बाद ही गूगल उन पेज को यूजर के सामने लाता है
- Page Experience: यहां गूगल देखता है कि कौन से पेज Mobile User Friendly हैं, कौन से पेज जल्दी लोड हो रहे हैं, किन Pages पर Navigation Easy है, किन Pages पर Buttons, Links, Font Size And Text Placement सही है, इत्यादि।
Note:Google Algorithm in Hindi यह जो ऊपर अभी हमने गूगल एल्गोरिदम कैसे काम करता है यह जाना है यह सारा प्रोसेस कुछ ही सेकंड्स में हो जाता है इसमें ज्यादा टाइम नहीं लगता गूगल की जो मशीन है वो बहुत ही ज्यादा एडवांस है यह सारा काम वह कुछ ही सेकंड्स में कर लेती है
Google Algorithm In Hindi यह सब फैक्टर आपको गूगल में रैंक करने में मदद करेंगे
- Authority of website
- High quality link of website
- Regular Content Publishing
- Unique and Fresh Content
- Website Mobile Friendly
- Website Loading speed
Google Algorithm in Hindi अब हम गूगल के कुछ बहुत ही इंपॉर्टेंट एल्गोरिदम के बारे में बात करेंगे और उन एल्गोरिथम को एक-एक करके जानेंगे कि वह एल्गोरिदम कब आए थे और उनका क्या-क्या काम है
1.Panda (2011)

गूगल की यह एल्गोरिदम इसलिए लाई गई थी क्योंकि यूजर क्या कर रहे थे वह अपनी साइट पर Low वैल्यू कंटेंट पब्लिश कर रहे थे और थिंक कंटेंट पब्लिश कर रहे थे कहीं से भी कुछ भी कॉपी किया और अपनी वेबसाइट पर पेस्ट कर लिया तो इस चीज को रोकने के लिए गूगल ने इस एल्गोरिथम को लॉन्च किया था
अगर आप अपनी वेबसाइट पर Thin Content डालते हैं या फिर आप कहीं से भी Content कॉपी करके अपनी वेबसाइट पर डालते हैं तो Google इस बात को समझता है और Google ऐसे किसी भी Content को रैंक नहीं करेगा जो कॉपी-पेस्ट किया हुआ Content हो या Thin Content हो Thin Content का मतलब ऐसा Content होता है जिसमें बहुत कम जानकारी दी गई हो ऐसा Content जो किसी यूजर की समस्या का समाधान न करता हो ऐसा Content 2,00 शब्दों से लेकर 300 शब्दों का होता है।
2.Penguin Algorithm(2012)

गूगल की यह एल्गोरिदम इसलिए आई थी यूजर क्या कर रहे थे वह बहुत ही ज्यादा Spammy टाइप से बैकलिंक बना रहे थे यानी कि कहीं से भी कुछ भी उठाया बैकलिंक बना लिया लो क्वालिटी के बैकलिंक लोग बहुत ज्यादा ही बना रहे थे इसी को रोकने के लिए गूगल ने इस एल्गोरिथम को बनाया
ऐसे बहुत से तरीके है जिससे लोग लो क्वालिटी बैकलिंक्स बना रहे थे जैसे कुछ लोग कमेंट करके बैकलिंक्स बनाते है तो लोगो ने क्या किया बस उन्होंने कमेंट में एक छोटा सा Text लिखा और उसमे अपनी वेबसाइट के लिए बहुत सारे बैकलिंक्स डाल दिए इसके साथ ही लोगो ने ज्यादा बैकलिंक्स बनाने के लिए बैकलिंक्स खरीदना भी शुरू कर दिया ताकि उनकी वेबसाइट पर जल्दी बहुत सारे बैकलिंक्स बने और लोगो ने स्पैम तरीके से बैकलिंक्स बनाने के लिए बहुत से तरीके अपनाए इसको रोकने के लिए गूगल ने ये एल्गोरिदम जारी किया
3.Hummingbird(2013)

Google Algorithm In Hindi गूगल इस एल्गोरिदम को इसलिए लाया क्योंकि यूजर क्या कर रहे थे वह keyword स्टफिंग कर रहे थे अपने वेब पेज को रैंक करने के लिए वे बहुत बार एक ही keyword को अपने वेब पेज में ऐड कर रहे थे जो की सही नहीं है इस चीज को रोकने के लिए गूगल इस एल्गोरिदम को लाया था
बहुत से लोग ऐसा करते हैं कि वह अपने कंटेंट को रैंक करने के लिए वो अपने कंटेंट के अंदर फोकस कीवर्ड को बहुत बार ऐड करते हैं ताकि उनका कंटेंट जल्दी रैंक कर सके। लेकिन मैं आपको बता दूं कि आपको ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इसे स्पैम माना जाता है। अगर आप ऐसा बहुत ज्यादा करते हैं तो गूगल आपकी वेबसाइट को पेनाल्टी भी दे सकता है। आपको हमेशा कीवर्ड डेंसिटी 1% से 2% के बीच रखनी चाहिए। आपको अपने कंटेंट में इससे ज्यादा नहीं करना चाहिए।
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4.Rank Brain (2015)

इस एल्गोरिदम को लाने का मकसद यह था कि यूजर जो भी सर्च करता है सर्च इंजन में तो यूजर को एग्जैक्ट वही रिजल्ट दिखे जो यूजर चाहता है यूजर को कोई भी ऐसा रिजल्ट ना दिखे जो यूजर के काम का नहीं है मतलब कुछ चीज अगर यूज़र ने सच की है तो यूजर को वही चीज मिलनी चाहिए जैसे मैंने सर्च किया
What is Digital Marketing टाइटल में तो मैं डिजिटल मार्केटिंग दिख रहा है लेकिन जब मैं उस वेब पेज को ओपन करता हूं तो अंदर कुछ और ही इनफॉरमेशन होती है तो ऐसे में गूगल ने ऐसी चीजों को बंद किया है ऐसी वेब Pages की रैंकिंग Down की है जिनका टाइटल कुछ और है और अंदर कुछ और इनफॉरमेशन है
5. Page Experience Update (2021)

यह एक गूगल की नई अपडेट आई है इस अपडेट में यह कहा गया है कि जिन भी वेबसाइट का इंटरफेस अच्छा है और जिन भी वेबसाइट का यूजर एक्सपीरियंस अच्छा है वेबसाइट के अंदर अच्छी क्वालिटी का कंटेंट लिखा गया है वेबसाइट का लोडिंग स्पीड कम है तो गूगल उन वेबसाइट को अच्छी रैंक देगा
इस एल्गोरिदम में यह बताया जाता है कि जो भी वेबसाइट किसी भी यूजर के लिए इस्तेमाल करने में आसान होगी, गूगल ऐसी वेबसाइट को सबसे ऊपर रखेगा और इसमें कई चीजें शामिल होती हैं जैसे वेबसाइट का स्ट्रक्चर, वेबसाइट की स्पीड, वेबसाइट का मोबाइल फ्रेंडली होना, वेबसाइट का लोड होने का समय, वेबसाइट का कंटेंट, वेबसाइट का अपडेट, ये सब इसमें शामिल होते हैं।
Google Algorithm Updates के प्रभाव से अपनी वेबसाइट को कैसे बचाएं
Google Guidelines
अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट में कभी कोई दिक्कत ना आए तो इसके लिए आपको गूगल की गाइडलाइन्स को फॉलो करना होगा। आपको अपनी वेबसाइट पर ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए जो गूगल की गाइडलाइन्स के खिलाफ हो। अगर आप अपनी वेबसाइट पर कुछ भी ऐसा करते हैं जो गूगल की गाइडलाइन्स के खिलाफ है तो गूगल आपकी वेबसाइट को पेनाल्टी भी दे सकता है इसलिए ऐसा कुछ भी करने से बचें।
Black Hat SEO
अगर आप अपनी वेबसाइट पर ब्लैक हैट SEO करते हैं तो आपकी वेबसाइट को Google के अपडेट से बहुत नुकसान हो सकता है क्योंकि Google ऐसी किसी भी वेबसाइट को पसंद नहीं करता जो ब्लैक हैट SEO करती हो। ब्लैक हैट SEO में कीवर्ड स्टफिंग, पेड बैकलिंक्स, डुप्लीकेट कंटेंट, अलग टाइटल और अलग कंटेंट शामिल हैं। अगर आप अपनी वेबसाइट पर इनमें से कुछ भी करते हैं तो Google अपडेट होने पर ऐसी वेबसाइट की रैंकिंग कम कर सकता है।
Unique Content
आपको अपनी वेबसाइट पर हमेशा यूनिक कंटेंट लिखना चाहिए, मतलब आप जिस भी टॉपिक पर कंटेंट लिख रहे हो आपको उस कंटेंट को अपने हिसाब से लिखना चाहिए, आपके कंटेंट में आपका अपना टच होना चाहिए क्योंकि अगर आप यूनिक कंटेंट लिखोगे तो गूगल आपके कंटेंट को भी रैंक करेगा और अगर आप वैसा ही कंटेंट लिखोगे जैसा कंटेंट पहले से गूगल पर रैंक कर रहा है तो आपको उस कंटेंट को लिखने का फायदा नहीं मिलेगा क्योंकि गूगल के पास वो कंटेंट पहले से ही है तो Google आपके कंटेंट को क्यों रैंक करेगा, अगर आपका कंटेंट दूसरे लोगों से अलग होगा तो गूगल आपके कंटेंट को रैंक कर सकता
इसमें आपको एक बात याद रखनी है, आपको किसी दूसरी वेबसाइट से कंटेंट कॉपी पेस्ट नहीं करना है। अगर आप किसी दूसरी वेबसाइट से कॉपी पेस्ट करके कंटेंट लिखेंगे तो आपका कंटेंट कभी भी रैंक नहीं करेगा। आपको कंटेंट अपने पास से लिखना होगा और किसी AI से कंटेंट नहीं लिखवाना है। अगर आप किसी AI टूल्स से कंटेंट लिखवाते हैं तो हो सकता है कि आपका कंटेंट एक बार रैंक कर जाए लेकिन जब गूगल का अपडेट आएगा तो आपकी वेबसाइट की रैंकिंग पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।
Regular Posting
अगर आप अपनी वेबसाइट पर नियमित रूप से काम करते हैं तो गूगल इस बात को समझता है और गूगल भी ऐसी वेबसाइट को पसंद करता है जो डेली कंटेंट लिखती हैं अगर आप अपनी वेबसाइट की रैंकिंग को बेहतर बनाना चाहते हैं तो आपको अपनी वेबसाइट पर एक्टिवली काम करना चाहिए कुछ लोग अपनी वेबसाइट पर काफी दिनों के बाद कंटेंट लिखते हैं ऐसी वेबसाइट को गूगल ज्यादा रैंक नहीं देता क्योंकि गूगल को लगता है कि वेबसाइट काम करने नहीं आई है सिर्फ रैंक पाने के लिए आई है और कई बार ऐसी वेबसाइट जो एक्टिवली काम नहीं करती उनकी रैंकिंग गूगल अपडेट की वजह से डाउन हो जाती है।
अंतिम शब्द
Google Algorithm In Hindi इस आर्टिकल में हमने गूगल की कुछ बहुत ही जरूरी एल्गोरिथम के बारे में बात करी है मुझे उम्मीद है कि आर्टिकल आपको पसंद आया होगा अगर आपको कोई भी प्रॉब्लम है या कुछ पूछना है तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हो मैं आपको जल्द ही रिप्लाई दूंगा Google Algorithm In Hindi

मेरा नाम जानू है, मैं कई सालों से SEO कर रहा हूँ। मुझे SEO करते हुए 5 साल से ज़्यादा हो गए हैं। हमारी वेबसाइट का एक ही लक्ष्य है कि जो भी लोग SEO सीखना चाहते हैं उनका हमारी वेबसाइट पर स्वागत है। हम अपनी तरफ़ से पूरी मेहनत करते हैं ताकि लोग SEO के बारे में सही से जान सकें जिससे आप अपने डिजिटल मार्केटिंग स्किल्स को बेहतर बना सकते हैं